🔱 नारायण बली पूजन (Narayani Bali Pooja) – सम्पूर्ण विवरण (हिंदी में)

🔱 नारायण बली पूजन (Narayani Bali Pooja) – सम्पूर्ण विवरण (हिंदी में)


📖 नारायण बली पूजन क्या है?

नारायण बली एक अत्यंत महत्वपूर्ण वैदिक अनुष्ठान है जो उन आत्माओं की शांति के लिए किया जाता है जो अकाल मृत्यु (एक्सिडेंट, आत्महत्या, बीमारी, जादू-टोना, डूबना आदि) से मरे हों और जिनकी आत्मा मुक्त नहीं हो पाई हो। यह पूजन आत्मा की मुक्ति, पितृ दोष निवारण, और पारिवारिक शांति के लिए किया जाता है।


🌍 पूजन स्थल (विशेष महत्व):

  • त्र्यंबकेश्वर (नासिक, महाराष्ट्र)

  • गया (बिहार)

  • पिशाच मोचन (वाराणसी)

  • सिद्ध तीर्थों में यह अनुष्ठान अत्यंत फलदायी माना गया है।


⏳ कब करें यह पूजन?

  • जब किसी व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो चुकी हो

  • सपनों में मृतक बार-बार दिखाई दें

  • परिवार में बार-बार अचानक मृत्यु या रोग हो

  • जब पितृ दोष, बाधा, ग्रहदोष या तंत्र बाधा हो

  • ज्योतिष द्वारा नारायण बली कराने की सलाह दी गई हो


🪔 नारायण बली पूजन की विधि:

  • 3 दिन का संपूर्ण अनुष्ठान

  • प्रथम दिन: संकल्प, गौदान, तर्पण

  • द्वितीय दिन: नारायण बली का विधान (पिंड दान, प्रेतशांति)

  • तृतीय दिन: पिंड दान एवं ब्राह्मण भोज

  • इसमें विशेष मंत्रों, यंत्रों और शास्त्रीय प्रक्रिया से आत्मा को शांति प्रदान की जाती है।


🎯 लाभ:

  • आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है

  • परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है

  • ग्रह दोष, पितृ दोष, प्रेत बाधा का शमन

  • अकाल मृत्यु की शृंखला रुकती है

  • जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं


💰 पूजन खर्च:

  • पंडित दक्षिणा: ₹12000

  • संपूर्ण समग्री शुल्क (3 दिन): ₹7500

  • कुल राशि: ₹19500 (विशेष तीर्थस्थल पर अलग शुल्क लागू हो सकता है)


📞 पूजन बुकिंग के लिए संपर्क करें:
📱 7524052251
🌐 www.digitalpurohit.com

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